Chirali Yojana Rajasthan | Chirali Scheme Rajasthan | Chirali Scheme for Stop Violence Against Women in Rajasthan | What is Chirali Sath Sada Ke Liye Yojana 2020 |
महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा में कमी लाने के उद्देश्य से Chirali Yojana Rajasthan को कुछ साल पहले लांच किया गया था।
तब से लेकर आज तक यह योजना सफलता पूर्वक संचालित की जा रही है। Chirali Yojana Rajasthan 2020 को राजस्थान सरकार के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्धारा भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
चिराली योजना के तहत पूरे राजस्थान के ग्रमीण इलाकों में समूहों का गठन किया जाता है, जो Violence Against Women के मामलों को देखते हैं और पीडि़त महिलाओं की उचित प्रकार से सहायता भी करते हैं।
Chirali Yojana Rajasthan क्या है

चिराली योजना के तहत समुदाय आधारित समूहों का गठन किया जाता है। जिसका काम राजस्थान की महिलाओं तथा लड़कियों के प्रति होने वाले Violence के खिलाफ Action लेता है।
वैसे तो पूरी दुनिया में महिलायें हिंसा की शिकार होती हैं, लेकिन सभ्य समाज के द्धारा ऐसे प्रयास भी पूरे विश्व में किये जाते रहे हैं, जिनसे महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा में कमी आती है।
इसके अलावा जो महिलायें अथवा लड़कियां हिंसा का शिकार हो जाती हैं, उन्हें Chirali Yojana जैसी योजनाओं के तहत सहायता तथा सुरक्षा भी प्रदान की जाती है।
राजस्थान में चिराली योजना का संचालन राज्य सरकार के द्धारा किया जाता है। लेकिन इस योजना के लिये तकनीकी सहायता संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) के द्धारा प्रदान की जाती है।
Chirali Yojana 2020 के मुख्य उद्देश्य
- {1} चिराली योजना के तहत Gender आधारित हिंसा से महिलाओं को बचाने के लिये तमाम योजनाओं के जरिये सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- {2} Stop Violence Against Women के तहत राज्य की महिलाओं तथा लड़कियों को घरेलू हिंसा तथा लिंग भेद के चलते होने वाली हिंसा से जुड़े मामलों के लिये पूरे समुदाय को जागरूक करने के प्रयास किये जाते हैं।
- {3} जिन महिलाओं के साथ लिंग के आधार पर होने वाली हिंसा को दूर करने के लिये गठित समूहों प्राथमिक तौर पर काम करें।
- {4} पूरे राजस्थान में महिलाओं तथा लड़कियों के प्रति होने वाली हिंसा व अपराधों का Safety Audit कराया जाना अनिवार्य कराया जाना।
- {5} लिंग भेद आधारित हिंसा को रोकने के लिये समुदाय और हितधारकों के लिये एक बेहतरीन मंच उपलब्ध कराना, ताकि समुदाय दोनों स्तंभ अपनी परेशानियों को सरलता से एक दूसरे के सामने रख सकें।
Chirali Yojana Rajasthan 2020 के लाभ
- {1} महिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार की हिंसा के विरूद्ध अनेक स्तरों पर भागीदारी तथा समन्वय के प्रयासों को बढ़ावा दिया जाता है।
- {2} महिलाओं तथा लड़कियों के प्रति होने वाले Violence के खिलाफ सामुदायिक पहल को बढ़ावा दिया जाता है।
- {3} चिराली योजना के तहत गठित समूहों को ताकत प्रदान करना, जिससे वह महिला हिंसा पर कारगर तरीके से लगाम सकें।
- {4} गांव तथा ग्राम पंचायत स्तर पर समय समय पर Safety Audit कराया जाता है। जिससे महिला हिंसा से संबंधित आंकड़े राज्य की महिलाओं की समाज में स्थिति को आसानी से बयां कर पाते हैं।
Chirali Scheme 2020 के तहत समूहों का गठन किस प्रकार किया जाता है
Chirali Yojana के तहत सामुदायिक कार्यदल का गठन ग्राम तथा ग्राम पंचायत स्तर पर किया जाता है। इस योजना के तहत मुख्य कार्यदल का गठन ग्राम पंचायत मुख्यालय के रूप में किया जाता है।
जबकि ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम स्तर पर उप समूह गठित किये जाते हैं। जो मुख्य कार्यदल को रिपोर्ट करते हैं।
ग्राम पंचायत मुख्यालय स्तर पर चिराली योजना के समूहों की गठन प्रक्रिया
ग्राम पंचायत मुख्यालय स्तर पर Chirali Scheme के तहत बनने वाले समूहों का ढांचा इस प्रकार का होता है।
- साथिन (समन्वयक)
- आंगवाड़ी कार्यकर्ता, आशा
- किशोरी बालिका
- जागरूक नागरिक वर्ग से संबंधित व्यक्ति
- सहवृत सदस्य
- महिला जन प्रतिनिधि
- प्राथमिक स्कूल के अध्यापक
चिराली योजना के तहत ग्राम स्तर पर गठित होने वाले कार्यदल का ढांचा
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
- सहवृत सदस्य – संख्या 2
- किशोरी बालिका – संख्या 2
- आशा
चिराली योजना के तहत सहवृत Co – Opt सदस्य किन्हें कहा जाता है
Chirali Scheme Rajasthan के तहत प्रत्येक कार्यदल में सहवृत यानि Co – Opt सदस्य शामिल किये जाते हैं।
सहवृत Co – Opt सदस्यों की संख्या 2 होती है। जिसमें पहला सदस्य समाज सेवा में सक्रिय योग्य एवं प्रभावशाली व्यक्ति होता है। तथा दूसरा सदस्य बीट कांस्टेबल अथवा महिला पुलिस वालेंटियर होता है।
चिराली योजना के तहत गठित समूह कैसे काम करते हैं
चिराली योजना के तहत गठित होने वाले समूह Stop Violence Against Women in Rajasthan की Policy पर काम करते हैं।
ग्राम पंचायत मुख्यालय स्तर पर कार्यदल की साथिन समन्वयक के रूप में काम करती है। यही साथिन समूह की बैठक आयोजित करती है।
साथिन के द्धारा ही बैठक में सभी सदस्यों को बुलाया जाता है, तथा महिलाओं तथा बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा से संबंधित मामलों को बैठक में रखा जाता है।
इस प्रकार की बैठक साथिन के द्धारा साल में 2 बार बुलाई जाती है और संबंधित मामलों में कार्यवाही की संस्तुति प्रदान करती है।
उप समूह स्तर पर महिलाओं तथा लड़कियों के प्रति होने वाली घरेलू तथा लिंग भेद आधारित हिंसा के मामले बैठकों में चिन्हित किये जाते हैं।
इसके अलावा हिंसा दूर करने, पीडि़त महिलाओं को सुरक्षा तथा सहायता प्रदान करने के लिये बैठके आयोजित की जाती हैं और उन बैठकों का ब्यौरा ग्राम पंचायत मुख्यालय स्तर पर होने वाली बैठकों में रखा जाता है।
Chirali Scheme – राज्य महिला एवं बाल विकास, राजस्थान Helpline Number
- Chirali Scheme Helpline Number – महिला हेल्पलाइन नंबर – 181
- राज्य महिला एवं बाल विकास, राजस्थान फोन नंबर – 0141 – 5196302
ऊपर दिये गये हेल्पलाइन नंबरों पर कोई भी महिला अपनी परेशानी दर्ज करा सकती है और चिराली योजना के तहत सहायता भी पा सकती है।
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