इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना क्या है – Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Online Apply

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana : राजस्‍थान में गर्भवती महिलाओं के पोषण के लिये इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना का संचालन वर्ष 2020 से किया जा रहा है। लेकिन इस साल मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने इस योजना की सफलता से उत्‍साहित होकर इसे प्रदेश के सभी जिलों में लागू कर दिया है।

इंदिरा गांधी Matritva Poshan Yojana पहले राजस्‍थान के केवल 5 जिलों में ही प्रभावी थी। लेकिन अब इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है। Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 के दायरे में राजस्‍थान की सभी गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाओं को इस योजना के दायरे में लाया जा चुका है।

इस योजना के तहत अब प्रदेश की 3 लाख 50 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं के ऊपर 210 करोड़ सालाना से अधिक की धनराशि खर्च किये जाने का प्रावधान किया गया है।

आज की इस पोस्‍ट में हम आपको इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राजस्थान | Rajasthan Indira Gandhi Matritva Yojana | Rajasthan Matritva Yojana | Rajasthan Matritva Poshan Yojana | Matritva Poshan Yojana Rajasthan | Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Online Apply आदि के विषय में विस्‍तार से पूरी जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं, ताकि आप इस योजना का लाभ आसानी से हासिल कर सकें।

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana – मातृत्‍व पोषण योजना राजस्‍थान 2023

Matritva Poshan Yojana Apply Online
इंदिरा गांधी मातृ पोषण योजना

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Kya Hai : इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना को साल 2020 में प्रायोगिक रूप से राजस्‍थान के 4 जिलों बांसबाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ व उदयपुर में लागू किया गया था। जिसके बाद मातृत्‍व योजना के उत्‍साहजनक परिणाम सरकार को मिले।

योजना की सफलता से उत्‍साहित होकर राजस्‍थान सरकार ने 2022 में इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना को पूरे राजस्‍थान में लागू कर दिया। ताकि प्रदेश की सभी गर्भवती महिलाओं को इस योजना का लाभ प्राप्‍त हो सके।

इस योजना के तहत आवेदन करने वाली महिलाओं को दूसरे बच्‍चे के जन्‍म के समय 6000 रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना के दायरे में ऐसी महिलाओं को लाया गया है, जो पहला बच्‍चा होने के बाद दूसरे बच्‍चे को जन्‍म देने जा रही हैं।

जिन महिलाओं को मातृत्‍व पोषण योजना के तहत चयनित किया जाता है, राज्‍य का महिला एवं बाल विकास विभाग के द्धारा लाभार्थी महिला के बैंक खाते में 6000 रूपये की धनरशि अलग अलग किस्‍त के माध्‍यम से ट्रांसफर की जाती है।

इंदिरा गांधी Matritva Poshan Yojana के उद्देश्य

Matritva Poshan Yojana Rajasthan का मुख्‍य उद्देश्य राज्‍य की गर्भवती महिलाओं व स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को अच्‍छी गुणवत्‍ता युक्‍त पोषण उपलब्‍ध कराना है। राज्‍य में पोषण की कमी से गर्भवती महिलाओं व स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को कुपोषण की स्थिति से बाहर निकालना है। क्‍योंकि पोषण की कमी से महिलाओं तथा स्‍तनपान कर रहे बच्‍चों में कुपोषित दुर्बलता के लक्षण देखे जाते हैं।

मातृत्‍व पोषण योजना के तहत 6000 रूपये की आर्थिक सहायता महिलाओं को पोषण पर खर्च करने के लिये प्रदान की जाती है। ताकि पोषण के आभाव में कोई गर्भवती महिला व नवजात बच्‍चा कुपोषण का शिकार न हो सके।

राजस्‍थान सरकार ने इस योजना को व्‍यापक रूप देते हुये पूरे प्रदेश में लागू किया है, ताकि दूसरे बच्‍चे को जन्‍म देने वाली महिलायें आर्थिक आभाव व गरीबी के कारण कुपोषण की शिकार न हो सकें। सरकार का स्‍पष्‍ट मानना है कि यदि राज्‍य की महिलायें सुपोषित होंगीं तो राज्‍य में स्‍वस्‍थ समाज की रचना हो सकेगी तथा राजस्‍थान का विकास भी स्‍वस्‍थ रूप से हो सकेगा।

Key Highlights for Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023

योजना का नाम – इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना

लागू करने वाला राज्‍य – राजस्‍थान

किसने लागू की – मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने

कब लागू हुई – वर्ष 2020 में

योजना का विस्‍तार – वर्ष 2022 में

योजना का लाभार्थी वर्ग – राज्‍य की ऐसी महिलायें जो दूसरे बच्‍चे को जन्‍म देने जा रही हैं

उद्देश्य – गर्भवती महिलाओं व स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता देना

आधिकारिक वेबसाइट – यहां पर क्लिक करें

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana की शुरूआत कब हुई

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Ki Shuruaat Kab Hui – तो चलिये हम आपको बताते हैं कि राजस्‍थान मातृत्‍व पोषण योजना की शुरूआत वर्ष 19 नवंबर 2020 को की गयी थी। (शुरूआत के समय यह योजना राज्‍य के केवल 5 जिलों में लागू थी)

लेकिन वर्ष 2022 में 1 अप्रैल से इस योजना को पूरे राजस्‍थान में लागू कर दिया गया है। जिसके बाद अब पूरे राज्‍य की ऐसी महिलायें जो दूसरे बच्‍चे को जन्‍म देने जा रही हैं, उन सभी को इस योजना का लाभ मिलने लगा है।

इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना का पैसा कितनी किस्‍तों में मिलता है

राजस्थान मातृत्व पोषण योजना
राजस्थान मातृत्व पोषण योजना किस्‍तों का विवरण

दोस्‍तों, मातृत्‍व पोषण योजना राजस्‍थान का पैसा 5 किस्‍तों में लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है। जिसका संपूर्णं विवरण आपकी सुविधा के लिये नीचे दिया जा रहा है।

पहली किस्‍त – जब गर्भवती महिला जांच होने के बाद अपना पंजीकरण इस योजना के तहत कराती है। तब महिला के बैंक खाते में 1000 रूपये की धनराशि ट्रांसफर की जाती है।

दूसरी किस्‍त – दूसरा प्रसव होने से पहले जांच कराने के बाद महिला के खाते में 1000 रूपये की धनराशि ट्रांसफर होती है।

तीसरी किस्‍त – संस्‍थागत प्रसव होने पर महिला के खाते में 1000 रूपये की धनराशि ट्रांसफर

चौथी किस्‍त – बच्‍चे के जन्‍म के 105 दिन तक की समयावधि के दौरान सभी टीके लगने व बच्‍चे का जन्‍म पंजीकरण होते ही महिला के बैंक खाते में 2000 रूपये की धनराशि ट्रांसफर

पांचवी किस्‍त – बच्‍चे के जन्‍म के 3 माह पूरे हो जाने के बाद परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर 1000 रूपये की राशि ट्रांसफर होती है।

मातृत्‍व पोषण योजना राजस्‍थान के लिये जरूरी पात्रता एवं नियम

  • Eligibility Criteria for Matritva Poshan Yojana 2023 निम्‍न प्रकार हैं –
  • इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना के लिये ऐसी महिलाओं को पात्र माना जाता है, जो 01-11-2020 को या फिर उस तारीख के बाद दूसरे बच्‍चे के लिये गर्भवती हुई हैं।
  • इसके अलावा ऐसी महिलायें जो उस तरीख के बाद दूसरी संतान के लिये ANC के लिये रजिस्‍टर्ड हुई हैं। उन्‍हें पात्र माना जाता है।
  • ऐसी महिला जो राजस्‍थान के चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के ऑनलाइन पोर्टल PCTS में दर्ज अंतिम माहवारी की तिथि व गर्भावस्‍था की तारीख के साथ पंजीकृत है, उन्‍हें लाभार्थी माना जायेगा।
  • राजस्‍थान की ऐसी महिलायें जो केंद्र सरकार, राज्‍य सरकार व सार्वजनिक उपक्रमों में नियमित रूप से रोजगार में हैं तथा कानून के तहत ऐसी ही किसी योजना का लाभ प्राप्‍त कर रही हैं, उन्‍हें मातृत्‍व पोषण योजना 2022 के लिये पात्र नहीं माना जायेगा।
  • यदि इस योजना के तहत पंजीकरण हो जाने के बाद किसी महिला का गर्भ गिरने / चिकित्‍सा से गर्भ समाप्‍त होने अथवा मृत शिशु का जन्‍म होने की स्थिति में, ऐसी महिला भविष्‍य में दूसरे बच्‍चे के लिये गर्भवती होने पर इस योजना के लिये पात्र मानी जायेगी। भले ही उसे पहले सभी किस्‍तों का लाभ क्‍यों न मिल गया हो।
  • मातृत्‍व योजना राजस्‍थान की शर्तों को पूरा करते हुये गर्भवती व स्‍तनपान कराने वाली आंगनवाड़ी कायकत्री, आंगनवाडी सहायिका, आशा सहयोगी व साथिन भी इस योजना का लाभ प्राप्‍त करने के लिये पात्र मानी जाती हैं।
  • जिन महिलाओं ने प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना लाभ पूर्व में हासिल किया है वह राज्‍य की इस योजना के लिये पात्र नहीं मानी जायेंगीं।

(IGMPY) इंदिरा गांधी मातृ पोषण योजना के लाभ क्‍या हैं

  • Benefits of IGMPY 2023 इस प्रकार हैं –
  • इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण को मजबूत किया जायेगा।
  • हर साल 77 हजार से ज्‍यादा गर्भवती महिलाओं मातृत्‍व योजना का Benefit दिया जायेगा।
  • योजना राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जी की 103वीं जयंती पर शुरू की गयी है।
  • लाभार्थी गर्भवती / स्‍तनपान कराने वाली महिला को Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Rajasthan के माध्यम से मिलने वाली आर्थिक धनराशि को DBT के माध्यम से बैंक अकाउंट में अंतरित किया जायेगा।
  • यह योजना मातृ एवं शिशु पोषण संकेतकों पर बनी रैंकिंग के आधार पर प्रदेश के 4 पिछड़े टीएसपी जिलों उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर एवं प्रतापगढ़ में शुरू की गई थी, जिसे अब पूरे राजस्‍थान में लागू कर दिया गया है।
  • आने वाले पांच वर्षों में इंदिरा मातृत्‍व पोषण योजना में 225 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जायेगी।
  • योजना का लाभ राज्य के सभी गरीब परिवार की गर्भवती महिलाओं को प्रदान किया जायेगा।
  •  Rajasthan Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana के माध्यम से कुपोषण जैसी समस्याओं पर नियंत्रण कर पाना संभव होगा।
  • राजस्थान इंदिरा मातृत्व पोषण योजना में राज्य के सभी जिलों को शामिल किया गया है।
  • राजस्‍थान की महिलाओं को दूसरी बार गर्भवती होने पर बच्चे व स्‍वयं की देखभाल करने के लिए 6000 रूपए की आर्थिक सहायता 5 किस्‍तों में प्रदान की जाएगी।
  • महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य हेतु IGMPY शुरू की गयी है। इस योजना के परिणाम बेहद उत्‍साहजनक हैं।
  • इस योजना के तहत राज्य में गर्भवती महिलाओं के लिए उचित पोषण युक्‍त आहार को बढ़ावा दिया जायेगा।
  • आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के क्षेत्र में योजना में शामिल करने के तहत उनकी आर्थिक स्तर को ऊँचा उठाया जा सकेगा तथा कुपोषण आदि समस्याओं से निपटारा किया जायेगा।
  • चयनित जिलों की गर्भवती महिलाओं की देखभाल आंगनवाड़ी केंद्र और स्वास्थ्य विभाग आशा ANM के द्वारा किया जायेगा।
  • योजना के तहत महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार संभव होगा। जिससे स्‍वस्‍थ राजस्‍थान की अवधारणा को मजबूती मिलेगी।

Matritva Poshan Yojana के लिये जरूरी दस्‍तावेज

आधार कार्ड की छायाप्रति

राजस्‍थान का मूल निवास प्रमाण पत्र

मतदाता पहचान पत्र की छाया प्रति

PHC अथवा जिला अस्‍पताल के द्धारा जारी स्‍वास्‍थ्‍य कार्ड

बैंक खाता पासबुक की छाया प्रति IFSC कोड सहित

आवेदक का मोबाइल नंबर

आवेदक की पासपोर्ट साइज नवीनतम फोटो

Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Online Apply Kaise Kare

इंदिरा गांधी मातृत्‍व पोषण योजना में आवेदन कैसे करें – यदि आप गर्भवती महिला हैं और दूसरे बच्‍चे को जन्‍म देने जा रही हैं, तो आपको मातृत्‍व पोषण योजना राजस्‍थान के तहत अपना पंजीकरण कराना होगा।

यह पंजीकरण स्‍वास्‍थ विभाग में गर्भवती होने के उपरांत प्रथम जांच हो जाने के बाद स्‍वत: हो जाता है। आप स्‍वास्‍थय विभाग राजस्‍थान की निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुये योजना के तहत अपना आवेदन पत्र दाखिल करें।

यदि कारण वश आपका पंजीकरण छूट जाता है, तो आप सबसे पहले जिला अस्‍पताल में जाकर अपना स्‍वास्‍थ्‍य कार्ड बनवायें तथा ई मित्र केंद्र पर जाकर अपना Matritva Poshan Yojana Online Registration करा लें।

इंदिरा मातृत्‍व पोषण योजना से संबंधित अक्‍सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

क्‍या मातृत्‍व पोषण योजना राजस्‍थान का लाभ पहले बच्‍चे के लिये गर्भवती हुई महिलायें उठा सकती हैं?

जी नहीं, यह योजना दूसरे बच्‍चे के लिये गर्भवती हुईं महिलाओं के लिये लागू की गयी है।

यदि दूसरे बच्‍चे के गर्भधारण के बाद बच्‍चा गिर जाता है और किस्‍तें बैंक में आ चुकी हैं, तो क्‍या पैसा लौटाना पड़ेगा?

जी नहीं, क्रिटिकल मेडिकल कंडीशन जैसे गर्भ गिर जाना / मजबूरी में चिकित्‍सा द्धारा गर्भ गिराना की स्थिति में यदि लाभार्थी के बैंक खाते में सभी किस्‍तें आ चुकी हैं। तो उसे लौटाना नहीं पड़ेगा। क्‍योंकि योजना के नियम के अनुसार यह मेडिकल इमरजेंसी के रूप में देखा जायेगा।

यदि दूसरे बच्‍चे के गर्भधारण के बाद प्रसव उपरांत मृत बच्‍चा पैदा होता है, तो क्‍या होगा?

यदि योजना की लाभार्थी का दूसरा बच्‍चा मृत बच्‍चा पैदा होता है, तो ऐसी महिला को प्राप्‍त किस्‍तों को लौटाना नहीं पड़ेगा। साथ वह महिला भविष्‍य में भी दूसरे बच्‍चे के लिये गर्भधारण के लिये पात्र बनी रहेगी।

क्‍या Rajasthan Matritva Poshan Yojana के तहत अन्‍य राज्‍यों से आई महिलायें पात्र मानी जाती हैं?

जी नहीं, ऐसी महिलायें जो राजस्‍थान की निवासी नहीं हैं, उन्‍हें किसी भी कीमत पर योजना के लिये पात्र नहीं माना जायेगा।

तो दोस्‍तों यह थी हमारी आज की पोस्‍ट Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Kya Hai – Matritva Poshan Yojana Online Apply Kaise Kare यदि आप राजस्‍थान मातृत्‍व पोषण योजना रजिस्‍ट्रेशन फार्म के विषय में कोई अन्‍य प्रश्‍न पूछना चाहते हैं, तो आप हमसें कमेंट बॉक्‍स के जरिये पूछ सकते हैं।

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