Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana 2020 | उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान पुरस्कार योजना | Bal Sahitya Puraskar | UP Hindi Sansthan Puraskar Application Form |
यूपी में उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान के द्धारा साहित्यकारों के लिये पुरस्कार योजना पिछले कई वर्षों से चलाई जा रही है।
Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana के तहत प्रदेश के साहित्यकारों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
विगत वर्षों की तरह इस साल भी यूपी हिंदी संस्थान ने प्रदेश के साहित्यकारों से वर्ष 2019 के लिये पुरस्कारों के लिये आवेदन पत्र पत्र आमंत्रित किये हैं।
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान पुरस्कार योजना से संबंधित विज्ञापन देश के प्रमुख समाचार पत्रों में भी प्रकाशित करा दिया गया है।
यूपी हिंदी संस्थान के द्धारा प्रदान किये जाने वाले वार्षिक Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar योजना का दायरा बहुत बड़ा है। इस योजना के तहत अनेक पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
इसके अलावा 38 प्रमुख विधाओं अथवा विषयों पर भी पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। वर्ष 2020 में जिन पुरस्कारों की घोषणा की गयी है। उसके तहत पिछले वर्ष 2019 तक की साहित्यिक गतिविधियों को सम्मिलित किया जाएगा।
Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana क्या है

उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान पुरस्कार योजना के तहत कुल 21 पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। इन पुरस्कारों की विस्तृत जानकारी आपको विस्तार से नीचे दी जाएगी।
इसके अलावा 38 विधाओं अथवा विषयों पर भी हिंदी में प्रकाशित सामग्री के एवज में पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। इसके बारे में भी हम आपको नीचे विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। इसलिये पूरी पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
# भारत भारती सम्मान : Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana 2020
भारत भारती सम्मान पाने वाले साहित्कार को विगत वर्षों के दौरान की गयी साहित्यिक गतिविधियों के लिये 5,00,000 रूपये का पुरस्कार प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष एक साहित्यकार को प्रदान किया जाता है।
# लोहिया साहित्य सम्मान 2020
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के द्धारा प्रतिवर्ष लोहिया सम्मान किसी एक साहित्यकार को प्रदान किया जाता है। इसके तहत 4,00,000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# हिंदी गौरव सम्मान : Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar 2020
हिंदी गौरव सम्मान के तहत किसी एक साहित्यकार को सम्मानित किया जाता है और उसे 4,00,000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# महात्मा गांधी साहित्य सम्मान 2020

महात्मा गांधी साहित्य सम्मान भी Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana के तहत प्रतिवर्ष 1 साहित्यकार को प्रदान किया जाता है। इसके तहत 4,00,000 रूपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाती है।
# पंडित दीन दयाल उपाध्याय सम्मान 2020
यूपी हिंदी संस्थान के द्धारा पंडित दीन दयाल उपाध्याय सम्मान प्रतिवर्ष एक साहित्यकार को दिया जाता है। इसके तहत विजेता को 4,00,000 रूपये प्राप्त होते हैं।
# अवंती बाई सम्मान 2020
अवंती बाई सम्मान हर साल 1 साहित्यकार को प्रदान किया जाता है। इसको पाने वाले वाले साहित्यकार को 4 लाख रूपये की धनराशि प्राप्त होती है।
# राजर्षि पुरूषोत्तम दास टंडन साहित्य सम्मान 2020
राजर्षि पुरूषोत्तम दास टंडन साहित्य सम्मान भी प्रतिवर्ष 1 संस्था को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार योजना के तहत 4 लाख रूपये धनराशि प्रदान की जाती है।
यह पुरस्कार उस संस्था को मिलता है, जो पिछले 10 वर्षों से गैर हिंदी भाषी राज्यों अथवा विदेशों में हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के काम में लगातार जुटी हुई हैं।
# साहित्य भूषण सम्मान 2020 : Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana
यूपी हिंदी संस्थान के द्धारा साहित्य भूषण सम्मान प्रतिवर्ष प्रदान किये जाते हैं। यह पुरस्कार 10 साहित्यकारों को प्रदान किये जाते हैं। इस सम्मान के तहत प्रत्येक साहित्कार को 2 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# लोक भूषण सम्मान 2020
लोक भूषण सम्मान उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान पुरस्कार योजना के तहत प्रतिवर्ष 1 साहित्यकार को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के तहत 2 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# कला भूषण सम्मान 2020
कला भूषण सम्मान हर साल एक साहित्यकार को दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत 2,00,000 रूपये की धनराशि भी दी जाती है।
# विज्ञान भूषण सम्मान 2020
उ.प्र. हिंदी संस्थान के द्धारा ऐसे साहित्यकारों को विज्ञान भूषण सम्मान से नवाजा जाता है, जो विज्ञान पर हिंदी साहित्य की रचना करते हैं।
यह पुरस्कार हर साल केवल 1 ही साहित्यकार को मिलता है और इसके तहत 2,00,000 रूपये की धनराशि भी दी जाती है।
# पत्रकारिता भूषण सम्मान 2020
पत्रकारिता भूषण सम्मान प्रत्येक वर्ष एक पत्रकार को प्रदान किया जाता है। ऐसे पत्रकार जिन्होंनें पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
वह इस पुरस्कार के लिये योग्य होते हैं, तथा उन्हें इस सम्मान के साथ 2 लाख रूपये की पुरस्कार राशि भी प्रदान की जाती है।
# प्रवासी भारतीय हिंदी भूषण सम्मान 2020
Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana के तहत किसी 1 ऐसे प्रवासी भारतीय को पुरस्कार प्रदान किया जाता है, जो विदेशों में रह कर हिंदी भाषा में साहित्य की रचना कर रहे हैं अथवा हिंदी के प्रचार प्रसार में संलंग्न हैं।
यह पुरस्कार 1 व्यक्ति को मिलता है और इस पुरस्कार के तहत 2 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# बाल साहित्य भारती सम्मान 2020

हिंदी भाषा में बाल साहित्य की रचना करने वाले बाल साहित्यकारों को बाल साहित्य भारती सम्मान प्रदान किया जाता है।
यह पुरस्कार हर साल 1 बाल साहित्यकार को मिलता है और इस पुरस्कार के तहत 2,00,000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# हिंदी विदेश प्रसार सम्मान 2020 : Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar
यह पुरस्कार हर साल 2 साहित्यकारों को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के तहत 5,0000 रूपये की धनराशि पुरस्कार पाने वाले प्रत्येक साहित्यकार को बराबर बराबर दी जाती है।
# सौहार्द सम्मान 2020
यह पुरस्कार अपने साहित्य के जरिये देश विदेश में सौहार्द की भावना पैदा करने वाले 15 व्यक्तियों को दिया जाता है।
इस पुरस्कार योजना के तहत 2 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# विश्वविद्धालय स्तरीय सम्मान (प्रदेश स्तरीय) 2020
UP Hindi Sansthan के द्धारा हर साल विश्वविद्धालय स्तरीय पुरस्कार भी प्रदान किये जाते हैं। ऐसे विश्वविद्धालय जो हिंदी भाषा को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्हें यह पुरस्कार मिलता है।
यह पुरस्कार 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है और इस पुरस्कार के तहत 50,000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# मधु लिमये स्मृति पुरस्कार 2020
यह पुरस्कार मधु लिमये की स्मृति में दिया जाता है। यह पुरस्कार हर साल केवल 1 साहित्यकार को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के तहत साहित्यकार को 2,00,000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# विधि भूषण सम्मान 2020
विधि के क्षेत्र में हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार करने तथा साहित्यक रचना करने वाले साहित्यकार को विधि भूषण सम्मान से सम्मानित किया जाता है और उसे 2 लाख रूपये की धनराशि भी हिंदी संस्थान की ओर से प्रदान की जाती है।
# पंडित श्री नारायण चतुर्वेदी साहित्य सम्मान 2020
यह पुरस्कार हर साल 1 साहित्यकार को मिलता है और इस पुरस्कार योजना के तहत 2 लाख रूपये की धनराशि भी प्रदान की जाती है।
# पंडित बद्रीप्रसाद शिंगलू स्मृति सम्मान 2020
यह पुरस्कार प्रतिवर्ष 1 महिला साहित्यकार को प्रदान किया जाता है। शर्त यह है, कि महिला रचना कार की कृति पिछले वर्ष 2018 में प्रकाशित हुई हो।
इस पुरस्कार के लिये आयु संबंधी पात्रता 35 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यह पुरस्कार किसी महिला साहित्यकार को जीवन में एक बार ही प्राप्त होता है।
इस पुरस्कार के तहत 8000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
# हरिवंश राय बच्चन युवा गीतकार सम्मान 2020

Uttarpradesh Hindi Sansthan के द्धारा हर साल हरिवंश राय बच्चन पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है। यह एक राष्ट्रीय पुरस्कार है।
यह पुरस्कार गीतकार को प्रदान किया जाता है। तथा गीतकार को हिंदी भाषा में लिखित पुस्तक पर प्रदान किया जाता है।
इस पुरस्कार के लिये आयु संबंधी पात्रता 18-40 वर्ष के बीच है। यह पुरस्कार हिंदी गज़ल, गीत, मुक्तक तथा छंद कविता विधा में लिखी किसी पुस्तक पर प्रदान किया जाता है।
इस पुरस्कार योजना के तहत सम्मान पाने वाले गीतकार को 25,000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana 2020 के नियम
- राजर्षि टंडन पुरस्कार के लिये आवेदन करते समय संस्तुति प्रपत्र संलंग्न करना अनिवार्य होगा। जिस पर संस्तुति कर्ता के हस्ताक्षर, पता तथा दूरभाष नंबर अनिवार्य रूप से अंकित हो।
- 2020 में आप केवल वर्ष 2019 में प्रकाशित साहित्यिक कृतियों के लिये आवेदन कर पायेंगे।
- इस पुरस्कार योजना के तहत किसी भी पुस्तक का प्रथम संस्करण ही पुरस्कार के लिये विचारणीय होगा।
- युवा गीतकार पुरस्कार को छोड कर अन्य सभी पुरस्कार उन्हीं साहित्यकारों को प्रदान किये जायेंगें, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ हो।
- Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar Yojana में वह साहित्यकार भी पात्र होंगे, जो पिछले 10 वर्ष से उत्तर प्रदेश में रह रहे हैं और उनका जन्म किसी और राज्य में हुआ है।
- पुरस्कार के लिये आवेदन करते समय जो पुस्तकें तथा प्रविष्टियां भेजी जाएंगी, उन्हें किसी भी हालत में Hindi Sansthan के द्धारा वापिस नहीं किया जाएगा।
- यदि किसी विधा में पुस्तक / प्रविष्टि स्तरीय नहीं पायी जाती है, तो उसे पुरस्कार नहीं दिया जाएगा।
- लेखकों को पुरस्कारार्थ भेजी गयी पुस्तकों और प्रविष्टियों को 4-4 प्रतियों में भेजना होगा
पुरस्कार योग्य 38 विधायें
महाकाव्य, खंडकाव्य, कविता, गीत/मुक्तक, गजल, उपन्यास, नाटक, निबंध, यात्रा वृतांत/संस्मरण/रेखाचित्र/डायरी, कहानी, आलोचना, आत्मकथा/जीवनी, व्यंग्य, भाषा/भाषा विज्ञान, ब्रजभाषा, अवधी, भोजपुरी, बुंदेली, बालसाहित्य, राष्ट्रीय एकता एवं भावनात्मक समन्वय संबंधी साहित्य, अनुदित कृति, पत्रकारिता, साहित्यकारों द्धारा अन्य भारतीय भाषाओं से हिंदी में अनुदित कृति, मासिक/द्धिमासिक/त्रैमासिक पत्रिकाओं पर, संस्कृति, लोक साहित्य विवेचन, धर्म/दर्शन, ललित कला/संगीत, अर्थशास्त्र, शिक्षा, विधि/विधिशास्त्र, राजनीति शास्त्र, इतिहास, प्रविधि, गणित/भौतिक/रसायन, वनस्पति/प्राणिशास्त्र, चिकित्सा विज्ञान – एलोपैथी/आयुर्वेद/यूनानी/होम्योपैथी, युवा लेखन, समस्त विधाओं पर केवल महिला लेखकों के लिये
विधा अंतर्गत उ.प्र. हिंदी संस्थान पुरस्कार हेतु कुछ नियम
- सभी विधाओं के लिये श्रेष्ठतम पुस्तकों अथवा प्रविष्टियों पर 75-75 हजार रूपये के नामित पुरस्कार देय होंगे।
- मूल्यांकन के दौरान द्धितीय स्थान पाने वाली पुस्तक/प्रविष्टि पर 40-40 हजार रूपये के सर्जना पुरस्कार दिये जायेंगें।
- युवा लेखन पुरस्कार के लिये जो प्रविष्टि आवेदक के द्धारा डाली जाएगी, उसके साथ जन्मतिथि का प्रमाणपत्र संलंग्न करना अनिवार्य होगा।
- शोध प्रबंध और पाठय पुस्तकें इन पुरस्कारों के लिये योग्य नहीं मानी जाएंगीं।
- विभिन्न खंडों में विभाजित कृति का अधूरा खंड पुरस्कार के लिये मान्य नहीं होगा। सभी खंड मुद्रित होने आवश्यक हैं।
- किसी लेखक को 1 विधा में केवल एक बार तथा सभी विधाओं में 2 बार से अधिक पुरस्कृत नहीं किया जाएगा।
- किसी भी पत्रिका को केवल 1 बार ही पुरस्कृत करने की व्यवस्था है।
- पत्रिका पर पुरस्कार पत्रिका को मिलेगा, उसके रचनाकारों को नहीं।
- जो पुस्तकें उ.प्र. हिंदी संस्थान पुरस्कार योजना के तहत भेजी जा रही हैं। उनकी पृष्ठ संख्या कम से कम 60 पृष्ठ अवश्य होनी चाहिए।
- 60 पृष्ठों की बाध्यता बाल साहित्य की पुस्तकों पर लागू नहीं होगी।
UP Hindi Sansthan Puraskar हेतू जरूरी दस्तावेज
- {1} आयु प्रमाण पत्र
- {2} निवास प्रमाण पत्र
- {3} साहित्यक कृतियां
UP Hindi Sansthan Puraskar योजना में आवेदन कैसे करें

यदि आप यूपी हिंदी संस्थान के द्धारा दिये जाने वाले पुरस्कारों के लिये आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो आपको सबसे पहले Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar form download करना होगा।
जब आप ऊपर दिये गये लिंक से फार्म डाउनलोड कर लें, तब उसका प्रिंट आउट निकाल लें। इसके बाद आप फार्म को सही सही भरें और सभी जरूरी दस्तावेजों को संलग्न करें।
इसके बाद आप आपना आवेदन 4 प्रतियों में तैयार करें और डाक द्धार उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान के पास भेज दें। आपका आवेदन वहां रिसीव कर लिया जाएगा।
तथा मूल्यांकन कमेटी आपके आवेदन पर विचार करना प्रारंभ कर देगी। यदि आपकी प्रविष्टि योग्य पायी जाती है तो आपको जल्द ही 2018 के लिये चुन लिया जाएगा।
पुरस्कार हेतू आवेदन किस पते पर भेजें
आप अपना आवेदन इस पते पर भेज सकते हैं –
‘’पुरस्कार संबंधी’’
निदेशक, उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान,
राजर्षि पुरूषोत्तमदास टंडन हिंदी भवन,
6-महात्मा गांधी मार्ग, लखनऊ – 226001
Uttarpradesh Hindi Sansthan Puraskar की Last Date
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान पुरस्कार योजना 2019 के तहत दिये जाने वाले पुरस्कारों के लिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 13 जनवरी 2021 है।
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बहुत उपयोगी जानकारी।
आपको पोस्ट पसंद आई इसके लिये आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
नमस्कार महोदय/महोदया
हमें भी अपनी पुस्तक के लिए आवेदन करना है
हमारी पुस्तक 2019 में प्रकाशित हुई है
कृपया इस बात से अवश्य अवगत कराएँ कि पुस्तक कब तक भेजनी है
सादर निवेदन
अलका जी नमस्कार, वर्ष 2020 में यूपी हिंदी संस्थान नया विज्ञापन प्रकाशित करायेगा। यह विज्ञापन अप्रैल से सितंबर तक कभी भी प्रकाशित हो सकता है। जैसे ही इस संबंध में हमें कोई भी नयी जानकारी प्राप्त होगी। हम आपको इस पोस्ट के जरिये बतायेंगें। आप इस पोस्ट को अपने कंप्यूटर अथवा मोबाइल में Bookmark कर लें। हम नयी तिथियों के साथ इस पोस्ट को विज्ञापन जारी होने के बाद Update करेंगें।
महोदया, भारतीय हिन्दी संस्थान उ.प्र.के पुरस्कारों के विषय में जानकारी देने के लिए धन्यवाद। आगामी पुरस्कारों की घोषणा की प्रतीक्षा रहेगी।
सुधा गोयल जी, हम आपको इस संबंध में जल्द ही नई जानकारी प्रदान करायेंगें। आप इस पोस्ट को बुकमार्क करके रख सकती हैं।
महोदय / महोदया
सादर नमस्कार
2018 की प्रकाशित कृति 2019 के लिये निर्धारित योजना में भेजी जा सकती है क्या?
यह सूचना मैंने आज 11/03/2020 को पढ़ी है.
कृपया उचित जानकारी देकर सहयोग करें.
रामकृष्ण वि. सहस्रबुद्धे
इस साल जैसे ही पुरस्कारों के लिये आवेदन पत्र मांगें जाएंगें। उससे संबंधित दिशा निर्देशों से ज्ञात हो जाएगा कि वर्ष 2018 में प्रकाशित हो चुकी कृति पुरस्कारों हेतु योग्य है अथवा नहीं। आप थोड़ी प्रतीक्षा करें। संभवत: अगस्त सितंबर माह तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाएगें। हम आपको उसी समय नवीन जानकारी इसी पोस्ट में अपडेट करके प्रदान करेंगें।
मुझे भी अपनी पुस्तक भेजनी है। पुरस्कार योजना फार्म की प्रतीक्षा है।
किरन जी, सादर अभिवादन, अभी इस पुरस्काबर योजना से संबंधित नया विज्ञापन प्रकाशित नहीं हुआ है। जैसे ही प्रकाशित होगा हम इसी पोस्टा में इस बात की जानकारी प्रदान करेंगें। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
सौहार्द सम्मान के लिए जो पुस्तक भेजे जायेंगे, क्या उसके लिए भी प्रकाशन वर्ष की सीमा रहेगी?आवेदन की अंतिम तारीख क्या है?कृपया सूचित करें।
जी उसके लिये भी नियम होता है। जो भी नियम होता है वह उस वर्ष प्रकाशित विज्ञापन में स्पष्ट रूप से उल्लिखित किया जाता है। इस साल इस योजना से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित नहीं हुआ है। अधिक जानकारी के लिये उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के कार्यालय में संपर्क करें।
मेरा जन्म इंदौर में हुआ है लेकिन महाराष्ट् में रहती हूँ मै 2020 हेतु अपना आवेदन कैसे कर सकती हूँ. … किस श्रेणी में कर सकती हूँ , कब तक फॉर्म आएंगे
Puraskar yojna year 2019 application format
How to down load the format of the puraskar yojna application form. year 2019
सत्य प्रकाश जी, सादर अभिवादन, यह फार्म डाउनलोड के लिये फिलहाल यूपी हिंदी संस्थाइन की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है। यह एक विज्ञापन के प्रारूप में है, जो देश के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुका है। आप अखबार प्राप्त कर फोटो कॉपी करवा लें अथवा वेबसाइट पर मौजूद इमेज को डाउनलोड कर लें। इसके बाद आप इसको टाइप करा कर प्रिंट आउट निकाल सकते हैं।
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