Methanol Cooking Stove Yojana | Methanol Cooking Stove Scheme in Assam | Methanol Cooking Stove Scheme in UP | मेथेनॉल Cook Stove Yojana Uttar Pradesh | Methanol Cooking Stove Scheme pdf Form |
देश के नीति आयोग भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में Methanol Cooking Stove Yojana संचालित कर रहा है। यह बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है।
असम में इस योजना की शुरूआत हो चुकी है। इस योजना के तहत 2 अक्तूबर 2018 को असम की रितु बोरदोलोई देश की पहली Methanol Cooking Stove ग्राहक बनीं।
इस योजना को PM Ujjwala Yojana से वंचित परिवारों को लाभ प्रदान करने के मकसद से लांच किया गया है।
साथ ही गैर एलपीजी विकल्प होने की वजह से यह बहुत किफायती और भरोसेमंद भी है।
असम में यह योजना बेहद सफल हो रही है। लोग Methanol Cook Stove को खूब पसंद कर रहे हैं।
इसकी आपार सफलता को देखते हुए लगता है, कि मेथेनॉल जल्द ही पूरे देश में एलपीजी गैस गैस सिलेंडरों का स्थान ले लेगा।
अब नीति आयोग Methanol Cooking Stove Yojana Uttar Pradesh में भी लागू करने जा रहा है। इसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।
मेथेनॉल कुकिंग स्टोव स्कीम को असम में असम सरकार के अधीन Assam Petro Chemicals Limited के द्धारा जमीनी स्तर पर उतारा गया है।
यह योजना असम में नीति आयोग, असम पेट्रोकेमिकल्स और असम सरकार के इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स डिपार्टमेंट के द्धारा सफलता पूर्वक चलाई जा रही है।
इस योजना की असम में आपार सफलता को देखते हुए देश के नीति आयोग ने इसे उत्तर प्रदेश में लांच करने का फैसला कर लिया है।
अपने Methanol Cooking Fuel Program के तहत नीति आयोग जनवरी 2019 से उत्तर प्रदेश में लागू करने की योजना बना रही है।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि नीति आयोग ने इस योजना के क्रियान्वयन की पूरी कार्य योजना उत्तर प्रदेश सरकार के पास भेज दी है।
माना जा रहा है, कि इस योजना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी गहरी दिलचस्पी दिखाई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही इस योजना को मंजूरी दे सकते हैं। जिसके बाद इसे उत्तर प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।
मेथेनॉल कुक स्टोव योजना उत्तर प्रदेश में जनवरी 2019 से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू होगी। इस योजना को गंगा या घाघरा नदियों के किनारे बसे 5 जिलों में लागू की जाएगी।
गोरखपुर, बलिया, देवरिया, वाराणसी तथा गाजीपुर में इस योजना को सर्वप्रथम लांच किया जाएगा।
इन जिलों के करीब 10 हजार परिवार मेथेनॉल कुकिंग योजना से लाभान्वित होंगे। इस योजना को लागू करने में करीब 15.50 करोड़ रूपये का खर्च आने की संभावना है।
मेथेनॉल कुकिंग स्टोव योजना में आवेदन करने के लिये आपको एक नियत एजेंसी के कार्यालय में जाना होगा।
असम में मेथेनॉल गैस कनेक्शन असम पेट्रोकेमिकल लिमिटेड इस परियोजना का कार्यान्वयन कर रही है।
जो लोग प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से वंचित रह गये हैं, असम पेट्रोकेमिकल द्धारा नियत एजेंसी के कार्यालय से इस योजना का फार्म लेकर इस योजना में आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में अभी यह योजना लांच नहीं हुई है। इसलिये आपको मेथेनॉल गैस कनेक्शन लेने के लिये थोड़ी प्रतीक्षा करनी होगी।
जैसे ही उत्तर प्रदेश में यह योजना जनवरी 2019 में लागू होगी तो आपको आवेदन करने का तरीका विस्तार पूर्वक बता दिया जाएगा।
Also Read :
This post was last modified on October 27, 2018
List of Halal Mutual Funds in India: आज हम एक बहुत ही महत्वपूर्णं Topic पर बात करने वाले हैं। इसमें…
Hamar Lab Yojana in Chhattisgarh Govt Hospitals: छत्तीसगढ़ राज्य में नागरिकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये एक बहुत ही शानदार…
Nari Samman Yojana Online Form 2023 : मध्यप्रदेश में आजकल एक ऐसी योजना की चर्चा जोरों पर है, जो अभी…
Solar Rooftop Yojana in Hindi : दोस्तों, भारत सरकार के द्धारा देश भर के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल में…
MP Gramin Kamgar Setu Loan Yojana Registration 2023 : एमपी में ग्रामीण कामगार सेतु योजना की शुरूआत वर्ष 2020 में…
Rajasthan Vridhjan Krishak Samman Pension Yojana 2023 : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्धारा प्रदेश के बुजुर्ग किसानों को…