Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh Me Avedan Kaise Kare | राष्ट्रीय औषधीय पादप योजना

Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh | Aushadhi Kheti | Jadi Buti Ki Kheti Kaise Kare | Ayurvedic Dawa Ki Kheti | Ayurvedic Aushadhi in Hindi | राष्‍ट्रीय आयुष मिशन | राष्‍ट्रीय औषधीय पादप योजना यूपी |

लंबे इंतेजार के बाद आखिरकार उत्‍तरप्रदेश में राष्‍ट्रीय Aushadhi Padap Yojana को मंजूरी मिल गयी है। अब उत्‍तर प्रदेश के किसान बड़े पैमाने पर औषधीय पौधों की खेती कर के लाभ कमा सकेंगे।

पिछले दिनों लखनऊ में राज्‍य आयुष सोसाइटी की समीक्षा बैठक हुई थी। इसी बैठक में उत्‍तर प्रदेश राज्‍य आयुष मिशन के कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद ने जानकारी देते हुए बताया कि अब प्रदेश में राष्‍ट्रीय आयुष मिशन के तहत Aushadhi की Kheti को बढ़ावा दिया जाएगा।

उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में Jadi Buti Ki Kheti बड़े पैमाने पर होने से औषधीय पौधों का उत्‍पादन बढ़ेगा और जड़ी बूटियों से बनने वाली दवाओं गुणवत्‍ता में भी इजाफा होगा।

श्री अरविंद ने कहा अभी पूरे प्रदेश में 281 आयुर्वेद तथा यूनानी अस्‍पतालों का उच्‍चीकरण किया जा रहा है। हाल ही में उत्‍तरप्रदेश में 12 आयुर्वेदिक तथा 9 यूनानी अस्‍पतालों का उच्‍चीकरण कार्य पूरा हो चुका है।

इसके अलावा पूरे उत्‍तरप्रदेश में 149 आयुर्वेदिक तथा यूनानी अस्‍पतालों का लोकार्पण भी जल्‍दी ही किया जाएगा।

इन अस्‍पतालों के कार्य करने से Ayurvedic Dawa की डिमांड तेजी से बढ़ेगी। जिसकी पूर्ति करने करने के लिये प्रदेश में ही Aushadhi Padap Yojana के तहत जड़ी बूटियों की खेती बड़े पैमाने पर करना जरूरी होगा।

Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh क्‍या है

Aushadhi Kheti ki Full Information in Hindi
जड़ी बूटियों की खेती

राष्‍ट्रीय औषधीय पादप योजना विशुद्ध रूप से उत्‍तर प्रदेश सरकार की योजना है। लेकिन यह योजना केंद्र सरकार के Rashtriya Ayush Mission के तहत चलाई जाएगी।

इस योजना के तहत उत्‍तर प्रदेश के चयनित जिलों तथा चयनित औषधीय पौधों की खेती के लिये प्रदेश सरकार के द्धारा अनुदान सहायता राशि उपलब्‍ध कराई जाएगी।

Rashtriya Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh के उद्देश्य

राष्‍ट्रीय औषधीय पादप योजना के तहत राष्‍ट्रीय, क्षेत्रीय स्‍तर पर होने वाले अनुसंधान, औषधि उत्‍पादन तथा विपणन के बीच सामंजस्‍य स्‍थापित करना है।

Jadi Buti Ki Kheti, उत्‍पादन, भंडारण, मूल्‍यवर्धन तथा विपणन का ठोस ढांचा प्रदान करना तथा Ayurvedic Dawa का निर्मांण करने वाले उद्धमियों को सहयता पहुंचाना है।

Ayurvedic Ilaj में इस्‍तेमाल की जाने वाली औषधियों की गुणवत्‍ता को बढ़ाना। इसके लिये किसानों को कृषि की उन्‍नत प्रणाली उपलब्‍ध कराना है।

Ayurvedic Aushadhi का विदेशों में निर्यात को प्रोत्‍साहित करना है।

Rashtriya Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh के तहत इन औषधीय पौधों की खेती पर अनुदान राशि

  • सर्पगंधा की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 50% अनुदान किसान को दिया जाएगा।
  • आर्टीमीशिया की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 30% अनुदान मिलेगा।
  • ब्राहम्‍मी की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का  30% अनुदान मिलेगा।
  • वच की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 30% अनुदान मिलेगा।
  • अश्‍वगंधा की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 30% अनुदान मिलेगा।
  • ऐलोवेरा की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 30% अनुदान मिलेगा।
  • सतावरी की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 30% अनुदान मिलेगा।
  • तुलसी की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 30% अनुदान मिलेगा।
  • कालमेघ की प्रति हेक्‍टेयर खेती के लिये ईकाई लागत का 30% अनुदान मिलेगा।
  • इसके अलावा भंडारण के लिये गोदाम आदि के लिये ईकाई लागत का 50% अनुदान यानि 5 लाख रूपये अनुदान सहायता राशि के तौर पर दिये जाएंगें।
  • ड्राइंगशेड के लिये ईकाई लागत 10 लाख की लागत का 50 प्रतिशत यानि 5 लाख रूपये अनुदान किसान को हासिल होगा।

Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh के लिये जरूरी पात्रता संबंधी नियम

इस योजना में आवेदन करने के लिये वही किसान पात्र जाने जाएंगें जो उत्‍तर प्रदेश कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकृत होंगें।

Jadi Buti Ki Kheti करने के इच्‍छुक किसान के पास राजस्‍व भू अभिलेखों में दर्ज खुद के नाम की कृषि भूमि होना अत्‍यंत आवश्‍यक है।

राष्‍ट्रीय औषधीय पादप योजना के लिये वह किसान सीधे तौर पर पात्र मानें जाएंगें, जिनके खेतों में सिंचाई के पर्याप्‍त साधन मौजूद हैं।

इस योजना का आधार ‘पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जाता है। इसलिये जो किसान पहले आवेदन करेगा, वही पात्र माना जाएगा।

Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh के लिये जरूरी दस्‍तावेज

  • कृषि भूमि की खसरा खतौनी की नकल
  • पहचान पत्र (मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशनकार्ड आदि)
  • Aushadhi Kheti करने के लिये किसान के द्धारा लिये गये प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रमाणपत्र
  • Bank Account तथा चेकबुक
  • किसान के आर्थिक रूप से संपन्‍न होने का प्रमाणपत्र

Aushadhi Padap Yojana इन जिलों में लागू है

जालौन, सहारनपुर, बहराइच, बिजनौर, ललितपुर, मुजफ्फरनगर, हमीरपुर, मुरादाबाद, झांसी, संभल, महोबा, बुलंदशहर, चित्रकूट, मेरठ, सोनभद्र, बरेली, बांदा, बदायूं, मिर्जापुर, शाहजहांपुर, चंदौली, लखनऊ, जौनपुर, हरदोई, गाजीपुर, वाराणसी, सीतापुर, अयोध्‍या (फैजाबाद), आजमगढ़, हाथरस, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, अलीगढ़, एटा, मथुरा, सुल्‍तानपुर, बस्‍ती, गोरखपुर, आगरा, फतेहपुर, इटावा, महाराजगंज, कुशीनगर, इलाहाबाद, कानपुर देहात, कन्‍नौज, प्रतापगढ़ तथा कौशांबी।

Rashtriya Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh Me Avedan Kaise kare | राष्‍ट्रीय औषधीय पादप योजना  में आवेदन कैसे करें

यदि आप अपने जिले में Ayurvedic Aushadhi यानि Jadi Buti Ki Kheti के लिये सरकारी अनुदान हासिल करना चाहते हैं। तो आपको सबसे पहले कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपना रजिस्‍ट्रेशन करना होगा।

आप चाहें तो अपना पंजीकरण घर बैठे भी कर सकते हैं, लेकिन यदि आप खुद पंजीकरण कर पाने में असमर्थ हैं, तो किसी भी जन सुविधा केंद्र अथवा लोकवाणी केंद्र में जाकर अपना रजिस्‍ट्रेशन कर सकते हैं।

उत्‍तर प्रदेश के कृषि विभाग में कोई भी पात्र पंजीकृत किसान Rashtriya Aushadhi Padap Yojana Uttarpradesh Me Avedan कर सकता है।

आपको इस योजना से संबंधित जरूरी दिशा निर्देश तथा Aushadhi Padap Yojana Form कृषि विभाग से मिल जाएगा। जिसे ऑफलाइन भर कर आप जिले के विभाग में जमा कर दें।

यदि आपका चयन इस योजना के तहत होगा तो आप अपने खेत में जड़ी बूटियों की खेती आसानी से कर सकते हैं और सरकारी अनुदान पाने के साथ साथ खूब लाभ भी कमा सकते हैं।

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