Hindi Book Publishing Scheme | Book Publishing in India | Hindi Pustak Prakashan Yojana | Pustak Kaise Chhpwaye | Kitab Kaise Chhapwaye | Scheme of Financial Assistance for Publication in Hindi |
हिंदी लेखकों के लिये एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। ऐसे लेखक जो सरकारी मदत से अपनी पुस्तक का प्रकाशन कराना चाहते हैं। वह केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नईदिल्ली की Hindi Book Publishing Scheme के तहत अपनी किताब छपवा सकते हैं।
केंद्रीय हिंदी निदेशालय के उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विभाग (MHRD) के द्धारा लेखकों को पुस्तक प्रकाशन हेतु वित्तीय सहायता दी जा रही है।
इस योजना का लाभ उन लेखकों को भी मिल सकता है, जिनकी अभी तक कोई भी पुस्तक प्रकाशित नहीं हो पाई है।
What is Hindi Book Publishing Scheme | हिंदी पुस्तक प्रकाशन वित्तीय सहायता योजना 2022 क्या है

Hindi Book Publishing Scheme केंद्र सरकार के द्धारा संचालित एक योजना है। इस योजना के तहत हर साल हिंदी लेखकों की किताबें प्रकाशित की जाती हैं।
जो लेखक Scheme of Financial Assistance for Publication in Hindi के तहत अपनी पुस्तक का प्रकाशन कराना चाहते हैं। उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय के केंद्रीय हिंदी निदेशालय की ओर से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
Hindi Book Publishing Scheme के तहत किस प्रकार की किताबें प्रकाशित की जाएंगीं
यदि आप इस योजना का लाभ उठाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको हिंदी Hindi Pustak Prakashan Yojana के पुस्तक प्रकाशन संबंधी कुछ नियम व शर्तों के बारे में जानकारी अवश्य कर लेनी चाहिए।
Hindi Book Publishing Scheme in India के तहत हिंदी में लिखे गये संदर्भ ग्रंथ, भाषा – विज्ञान, संस्कृति, ज्ञान – विज्ञान, समाजशास्त्र, साहित्य, आलोचना तथा हिंदी में अनुदित पांडुलिपियों के प्रकाशन हेतु सभी पांडुलिपियां स्वीकृत की जाएंगीं।
हिंदी लेखक इन श्रेणियों में यदि अपनी पांडुलिपियां इस योजना के तहत भेजेंगें तो उनकी पांडुलिपि Hindi Pustak Prakashan Yojana के तहत चयनित की जा सकती है।
Hindi Book Publishing Scheme के तहत इन श्रेणियों में पुस्तक का प्रकाशन संभव नहीं होगा
यदि हिंदी लेखक हिंदी पुस्तक प्रकशन हेतु वित्तीय सहायता योजना के तहत कथा – साहित्य, काव्य पांडुलिपियां, नाटक, उपन्यास अथवा शोध प्रबंध आदि भेजते हैं। तो उनकी पांडुलिपियां पुस्तक प्रकाशन हेतु स्वीकार्य नहीं की जाएंगीं और न ही उन पर किसी प्रकार का विचार किया जाएगा।
हिंदी पुस्तक प्रकाशन योजना के नियम
- इस योजना के तहत केवल शैक्षिक पुस्तकों जैसे संदर्भ ग्रंथ, भाषा विज्ञान, साहित्य जैसे विषयों पर ही पुस्तक का प्रकाशन किया जाएगा।
- उपन्यास, नाटक, काव्य आदि विधाओं पर आधारित पुस्तकों का इस योजना के तहत प्रकाशन संभव नहीं है।
- इस योजना का लाभ केवल लेखकों को ही मिलेगा। प्रकाशक इस योजना के पात्र किसी भी हाल में नहीं माने जाएंगें।
- Hindi Book Publishing के लिये भेजी जा रही पांडुलिपि के कुल पृष्ठों की संख्या किसी भी हाल में 100 से कम नहीं होनी चाहिए।
- 100 से अधिक पृष्ठों वाली पांडुलिपियां अधिक पसंद की जाएंगीं।
- लेखक इस हिंदी पुस्तक प्रकाशन योजना के तहत अपनी पांडुलिपियां 31 जनवरी 2022 तक केंद्रीय हिंदी निदेशालय के पास भेज सकते हैं।
- अंतिम तिथि के बाद किसी भी पांडुलिपि को विचारार्थ स्वीकृत नहीं किया जाएगा।
- इस योजना के तहत भेजी जाने वाली सभी पांडुलिपियां अच्छी तरह टंकित हों और अक्षरों का साइज ऐसा हो जो सुविधा से पढ़ा जा सके।
- यदि हाथ से लिखी हुई पांडुलिपि कोई लेखक भेज रहा है, तो वह इस बात का जरूर ध्यान रखे कि पूरी पांडुलिपि साफ साफ लिखी गयी हो।
- भेजी जा रही पांडुलिपि सजिल्द हो तो बहुत अच्छा है।
- अपठनीय अथवा बिना जिल्द की पांडुलिपियों को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया जाएगा।
हिंदी पुस्तक प्रकाशन योजना की अंतिम तिथि
केंद्रीय हिंदी निदेशालय, उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विभाग (MHRD) के द्धारा इस योजना से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित हुआ है।
इसके अनुसार इस योजना में हिंदी लेखक अपनी पांडुलिपियों को 31 जनवरी 2022 तक ही भेज या प्रस्तुत कर सकते हैं। अंतिम तिथि के बाद किसी भी पांडुलिपि को स्वीकार्य नहीं किया जाएगा। इसलिये अंतिम तिथि का विशेष ध्यान रखें।
Hindi Book Publishing Scheme Se Kitab Kaise Chhapwaye
यदि आप हिंदी लेखक हैं और अपनी खुद की कोई किताब छपवाना चाहते हैं, तो आपको इस योजना का लाभ अवश्य उठाना चाहिए।
केंद्रीय हिंदी निदेशालय की वेबसाइट पर आपको कार्यक्रम एवं दिशानिर्देश नामक एक Option नजर आएगा। इस पर क्लिक करने के बाद 1 फाइल ओपन होगी। जिसमें इस योजना से संबंधित पूरी जानकारी मौजूद है।
Scheme of Financial Assistance for Publication in Hindi के तहत पुस्तक का प्रकाशन कराने के लिये आपको आवेदन पत्र की जरूरत पड़ेगी।
इस आवेदन पत्र को आप निदेशक, केंद्रीय हिंदी निदेशालय, उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, पश्चिमी खंड 7, रामकृष्णपुरम, नईदिल्ली – 110066 के पते पर आवेदन पत्र के लिये प्रार्थना पत्र भेज कर डाक द्धारा भी मंगवाया जा सकता है।
इस आवेदन पत्र को सबसे पहले आप हासिल करें और फिर उसे भर कर सभी जरूरी दस्तावेजों को संलंग्न करके पांडुलिपि को ऊपर दिये गये पते पर अंतिम तिथि से पहले भेज दें।
यदि आपकी पांडुलिपि केंद्रीय हिंदी निदेशालय को पसंद आती है या फिर मानक पर खरी उतरती है, तो आपकी पुस्तक अवश्य छप जाएगी।
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बहुत उपयोगी जानकारी।
Bahut hi badhiya post thanks
Useful Info