Kendriya Hindi Sansthan Agra Hindi Sevi Samman 2023 : देश भर के साहित्यकारों के लिये अच्छी खबर यह है कि केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा ने हिंदी सेवी सम्मान 2021 के लिये आवेदन पत्र आमंत्रित किये हैं।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि Kendriya Hindi Sansthan Agra मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्धारा संचालित एक स्वायत्तशासी संस्था है। जो हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार तथा साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के मकसद से लगातार कर रही है।
पिछले कई वर्षों से केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के द्धारा साहित्यकारों को अखिल भारतीय हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत सम्मानित किया जा रहा है।
अब चूंकि केंद्रीय हिंदी संस्थान ने वर्ष 2021 के लिये देश भर के साहित्यकारों से हिंदी सेवी सम्मान हेतु Application Form मांगें हैं, तो आप अपनी इंट्री इस पुरस्कार योजना में दर्ज करा सकते हैं।
हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत Kendriya Hindi Sansthan Agra विभिन्न साहित्यक विधाओं में साहित्यकारों (Hindi Writers) को Award देकर सम्मानित करता है।
यह सभी पुरस्कार हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के लिये तथा साहित्य सृजन के लिये प्रदान किये जाते हैं। हर साल की तरह इस साल भी केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा ने साहित्य के क्षेत्र की विभिन्न श्रेणियों में हिंदी भाषा के विद्धानों को सम्मानित / पुरस्कृत करनेके लिये प्रविष्टियां आमंत्रित की हैं।
केंद्रीय हिंदी संस्थान पुरस्कार योजना में यदि आप आवेदन करना चाहते हैं, तो यह आपके लिये सुनहरा मौका है। Kendriya Hindi Sansthan Agra Hindi Sevi Samman योजना में कौन कौन से पुरस्कार दिये जाते हैं तथा इसमें आवेदन करने का तरीका क्या है? इस बारे में हम आपको विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं।
केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत गंगाशरण सिंह पुरस्कार के लिये आवेदन पत्र आमंत्रित हैं। यह पुरस्कार हिंदीतरभाषी इलाकों में हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार तथा हिंदी प्रशिक्षण की दिशा में उल्लेखनीय काम करने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
यह पुरस्कार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गंगाशरण सिंह की याद में प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार को दिये जाने की घोषण सर्वप्रथम 1989 में की गयी थी।
गंगाशरण सिंह पुरस्कार के लिये हिंदी के प्रचार प्रसार में संलंग्न तथा हिंदी के प्रशिक्षण के कार्य लगे विद्धान इस पुरस्कार के लिये अपना आवेदन पत्र Kendriya Hindi Sansthan Agra के पास भेज सकते हैं।
गंगाशरण सिंह पुरस्कार हर साल 4 विद्धानों को दिया जाता है।
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केंद्रीय हिंदी संस्थान का गणेश शंकर विद्धार्थी पुरस्कार हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार की स्थापना गणेश शंकर विद्धार्थी की याद में की गयी है। इस पुरस्कार को हासिल करने वाले विद्धानों को स्वयं भारत के राष्ट्रपति महोदय अपने हाथों से यह पुरस्कार प्रदान करते हैं। इस पुरस्कार की शुरूआत वर्ष 1989 में हुई थी।
गणेश शंकर विद्धार्थी पुरस्कार हिंदी सेवी सम्मान हिंदी पत्रकारिता तथा जनसंचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिये प्रदान किया जाता है।
यह पुरस्कार हर साल 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
गणेश शंकर विद्धार्थी पुरस्कार के तहत विजेताओं को 1-1 लाख रूपये की धनराशि, एक शॉल तथा प्रमाणपत्र दिया जाता है।
यह पुरस्कार देश के अत्यंत प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। इस पुरस्कार की स्थापना सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक आत्माराम की याद में की गयी थी।
देश ऐसे विद्धान जो विज्ञान तथा चिकित्सा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विद्धानों को प्रदान किया जाता है।
यह पुरस्कार हर साल 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
यह पुरस्कार Kendriya Hindi Sansthan Agra के द्धारा हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में उनके अमूल्य प्रयासों को सम्मानित करने मकसद से प्रदान किया जाता है। यह विशुद्ध साहित्यक पुरस्कार है।
भारत के ऐसे साहित्यकार जिन्होंनें सर्जनात्मक तथा आलोचनात्मक क्षेत्र में उत्कृष्ट काम किया हो वह आवेदन कर सकते हैं।
केंद्रीय हिंदी संस्थान के द्धारा यह पुरस्कार हर साल 2 विद्धानों को प्रदान किया जाता है।
इस पुरस्कार की स्थापना साहित्यकार राहुल सांकृत्यायन की समृति की गयी है। यह देश का एक बहुत बड़ा पुरस्कार है जिसे पाना हर साहित्यकार का सपना होता है।
यह पुरस्कार हर साल 2 लेखकों को प्रदान किया जाता है।
देश के ऐसे लेखक जिन्होंनें हिंदी माध्यम से ज्ञान के अलग अलग क्षेत्रों, पर्यटन एवं पर्यावरण से संबंधित क्षेत्र में मौलिक अनुसंधान किया हो वह अपना आवेदन हिंदी सम्मान योजना 2021 के तहत प्रस्तुत कर सकते हैं।
डॉ. जार्ज ग्रियर्सन पुरस्कार Kendriya Hindi Sansthan Agra का एक बहुत ही प्रतिष्ठित पुरस्कार है। इस पुरस्कार की स्थापना जार्ज ग्रियर्सन की याद में की गयी थी। जार्ज ग्रियर्सन ने भारत की भाषा तथा बोलियों का विस्तार से वर्णंन किया था।
इस पुरस्कार योजना के लिये विदेशी हिंदी विद्धान जिसने विदेश में हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार तथा लेखन कार्य किया हो, वह अपना आवेदन इस पुरस्कार योजना के तहत प्रस्तुत कर सकता है।
Hindi Sevi Samman Yojana के तहत यह पुरस्कार हर साल 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
इस पुरस्कार की स्थापना मानव संसाधन विकास मंत्रालय के केंद्रीय हिंदी संस्थान के द्धारा डॉ. मोटूरि सत्यनारायण की स्मृति में इस पुरस्कार की स्थापना की गयी थी। यह पुरस्कार भारतीय मूल के ऐसे व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जो विदेशों में हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करते हैं। यह पुरस्कार हर साल 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
ऐसे अप्रवासी भारतीय जो विदेशों में लगातार हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के क्षेत्र में संलंग्न हैं, वह अपना आवेदन पत्र हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत प्रस्तुत कर सकते हैं।
इस पुरस्कार की स्थापना महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार बल्लभ भाई पटेल की स्मृति में की गयी थी। यह केंद्रीय हिंदी संस्थान का अत्यंत महत्वपूर्णं सम्मान है। यह पुरस्कार हर साल 2 विद्धानों को प्रदान किया जाता है।
भारत के ऐसे विद्धान जिन्होंनें कृषि विज्ञान एवं राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ लेखन कार्य किया हो वह अपना आवेदन पत्र इस पुरस्कार योजना के तहत प्रस्तुत कर सकते हैं।
इस पुरस्कार की स्थापना पंडित दीनदयाल उपध्याय की स्मृति में की गयी है। यह हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत प्रदान किया जाने वाला बहुत ही महत्वपूर्णं पुरस्कार है। यह Award हर साल 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
देश के ऐसे विद्धान जिन्होंने मानविकी, कला, संस्कृति एवं विचार की भारतीय चिंतन परंपरा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया हो, वह अपना आवेदन पत्र हिंदी सेवी सम्मान योजना के तहत प्रस्तुत कर सकते हैं।
इस पुरस्कार की स्थापना केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के द्धारा स्वामी विवेकानंद की स्मृति में की गयी थी। यह भारत का एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है, जिसे पाने की इच्छा प्रत्येक विद्धान के अंदर होती है। यह पुरस्कार हर साल 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
भारत के ऐसे विद्धान जिन्होंनें भारत विद्धा (इंडोलॉजी) के क्षेत्र में अपना विशिष्ट योगदान दिया हो वह अपना आवेदन पत्र इस पुरस्कार योजना के तहत प्रस्तुत कर सकते हैं।
हिंदी सेवी सम्मन योजना के तहत प्रदान किया जाने वाला यह अत्यंत ही महत्वपूर्ण पुरस्कार है। जिसे हर साल 2 विद्धानों को प्रदान किया जाता है।
देश के ऐसे विद्धान जिन्होंनें शिक्षाशास्त्र एवं प्रबंधन में हिंदी माध्यम से उल्लेखनीय काम किया हो, वह अपना आवेदन पत्र इस पुरस्कार के लिये प्रस्तुत कर सकते हैं।
इस पुरस्कार की स्थापना राजर्षि पुरूषोत्तम दास टंडन की याद में की गयी थी। यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 2 व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
ऐसे विद्धान जिन्होंनें विधि व लोक प्रशासन के क्षेत्र में हिंदी भाषा में उत्कृष्ट लेखन कार्य किया हो, वह अपना आवेदन पत्र इस पुरस्कार योजना के तहत प्रस्तुत कर सकते हैं।
How to Apply for Kendriya Hindi Sansthan Agra Hindi Sevi Samman in Hindi : भारत के विद्धान लेखक जो इस पुरस्कार योजना में अपना आवेदन पत्र भेजना चाहते हैं। उन्हें एक हार्ड फाइल के रूप में निम्नांकित विवरण के साथ प्रकाशित पुस्तकों अथवा रचनायें भेजनी होंगीं।
आपको A4 पेपर पर अपना आवेदन ऊपर दिये गये विवरण के अनुसार तैयार करना है और फिर उसे टाइप कराना है। जिसके बाद आपको अपने आवेदन पत्र की एक फाइल तैयार करानी है। इसके बाद आपको पुस्तकें तथा रचनायें आदि संलंग्न करके केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के पते पर भेज देना है। डाक से भेजने के लिये आप स्पीड पोस्ट अथवा रजिस्टर्ड डाक का प्रयोग कर सकते हैं।
हिंदी सेवी सम्मान योजना की Last Date – 31 मार्च 2022 है।
तो दोस्तों यह थी हमारी आज की पोस्ट Kendriya Hindi Sansthan Agra के Hindi Sevi Samman Ke Liye Avedan Kaise Kare यदि आप Kendriya Hindi Sansthan Puraskar Yojana से संबंधित कोई अन्य प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट बॉक्स के जरिये पूछ सकते हैं।
This post was last modified on February 18, 2023
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