Card Tokenization क्या है – RBI ने लागू किया टोकनाइजेशन सिस्टम 2023

Card Tokenization Details in Hindi : डि‍जिटल लेनदेन के बढ़ते प्रयोग के चलते देश में Bank Fraud की घटनाओं में बड़ी संख्‍या में बढ़ोत्‍तरी दर्ज की गयी है। जिसकी वजह सरकार तथा आरबीआई पिछले कुछ समय से चिंता में थे। बैंकिंग धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के मकसद से RBI डिजिटल लेनदेन करने वाले बैंक उपभोक्‍ताओं के लिये Card Tokenization System लेकर आया है।

भारत में डेबिट कार्ड व क्रेडिट कार्ड के जरिये पेमेंट करने वाले उपभोक्‍ता अक्‍सर बैंक फ्राड के शिकार होते हैं। लेकिन कार्ड  टोकनाइजेशन सिस्‍टम लागू हो जाने के बाद डेबिट तथा क्रेडिट कार्ड के जरिये होने वाला भुगतान अब पहले की तुलना में अधिक सुरक्षित हो जायेगा।

टोकनाइजेशन सिस्‍टम कार्ड से लेन देन को ज्‍यादा सुरक्षित और सुविधाजनक। लेकिन आरबीआई के टोकनाइजेशन सिस्‍टम के बारे में लोगों को अधिक जानकारी है। सच बात तो यह है कि Tokenization Kya Hai यह अभी भी लोगों को समझ में नहीं आया है। वह भी तब जब RBI मुहिम चला रहा है, कि आरबीआई कहता है जानकार बनिये सतर्क रहिये।

इन्‍हीं सब बातों को मददेनजर रखते हुये आज हम आपको Tokenization in Hindi | Card Tokenization in Hindi | Tokenization Kaise Kare आदि के विषय में हम आपको विस्‍तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं। कृप्‍या इस पोस्‍ट को अंत तक अवश्‍य पढ़ें।

Card Tokenization क्या है – जानिए क्या है कार्ड टोकनाइजेशन जिसे लागू किया आरबीआई ने

Card Tokenization Kya Hai? Tokenization Kaise Kare
टोकनाइजेशन की पूरी जानकारी हिंदी में

What is Card Tokenization in Hindi : आप सब पिछले कुछ समय टोकनाइजेशन के बारे में सुन रहे हैं। लेकिन लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर यह कार्ड टोकनाइजेशन है क्‍या? तो चलिये आज हम आपकी इस समस्‍या का समाधान बहुत ही सरल व आसान भाषा में कर देते हैं। ताकि आप भी Card Tokenization का लाभ आसानी से उठा पायें।

RBI ने डिजिटल ट्रांजेक्‍शन को पहले से अधिक सुरक्षित बनाने के मकसद से एक सिस्‍टम का विकास किया है। जिसे टोकन नाम दिया गया है। इसे ही हम कार्ड टोकनाइजेशन के रूप में प्रयोग करते हैं। कार्ड टोकनाइजेशन का मुख्‍य उद्देश्य डेबिट कार्ड / क्रेडिट कार्ड के जरिये किये जाने वाले ट्रांजेक्‍शनस को और अधिक सुरक्षित एंव भरोसेमंद बनाना है।

Tokenization in Hindi 2023

Tokenization के तहत भारतीय रिजर्व बैंक के द्धारा डेबिट कार्ड / क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिये एक Token जारी किया जायेगा। जब आप कार्ड के जरिये पेमेंट कर रहे होंगें, तब अपके पेमेंट से जुड़े अनेक विकल्‍प आपको दिये जायेंगे। आप इन विकल्‍पों का इस्‍तेमाल करके अपने कार्ड पेमेंट को अधिक सुरक्षित ढंग से कर पाने में सक्षम होंगे।

टोकनाइजेशन के तहत आपको एक यूनिक कोड दिया जायेगा जिसके जरिये आप अपनी कार्ड की समस्‍त डीटेल्‍स को बदल सकते हैं। असल में टोकनाइजेशन सिस्‍टम संवेदनशील डाटा को गैर संवेदनशील डाटा में बदलने की व्‍यवस्‍था है।

Key Highlights of Card Tokenization

  • योजना सिस्‍टम का नाम – कार्ड टोकनाइजेशन
  • कब लागू हुई – 1 अक्‍तूबर 2022
  • किसने लागू किया – भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
  • सिस्‍टम के लाभार्थी – डेबिट कार्ड / क्रेडिट कार्ड यूजर्स
  • आधिकारिक वेबसाइट – यहां क्लिक करें

कार्ड टोकनाइजेशन हमारे कार्ड पेमेंट को कैसे सुरक्षित करता है

कार्ड टोकनाइजेशन के तहत डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने वालों के लिये एक Token जारी किया जाता है। जिसके द्धारा यूजर्स के द्धारा सभी Original Card Details को दूसरी जानकारी सेट करके छिपा दिया जाता है। जिससे आपके कार्ड की Original Details मर्चेंट के पास नहीं जाती हैं।

टोकनाइजेशन सिस्‍टम अपनाने वाले उपभोक्‍ता मर्चेंटस के पास केवल एक नंबर के रूप में जानकारी भेजते हैं और उसी से अपने लेनदेन की प्रक्रिया को पूरा करते हैं। जिससे धोखेबाज मर्चेंटस धोखधड़ी आसानी से नहीं कर पायेंगें।

क्‍या Card Tokenization के बाद कंपनियां हमारी कार्ड डीटेल्‍स पहले की तरह Save कर पायेंगी?

जी नहीं, टोकनाइजेशन सिस्‍टम को अपनाने के बाद मर्चेंट / कंपनियां हमारे डेबिट व क्रेडिट कार्ड की डीटेल्‍स सेव नहीं कर पायेंगी। यदि इन कंपनियों के पास हमारे कार्ड की पहले से जानकारी मौजूद है, तो उन्‍हें इस डीटेल्‍स को अपने प्‍लेटफार्म से हमेशा के लिये हटाना होगा और टोकनाइजेशन सिस्‍टम ऑन करना होगा। जिसके बाद हर ट्रांजेक्‍शन के लिये एक अलग व नया कोड जेनरेट होगा। इसी कोड से नये ट्रांजेक्‍शन संभव होंगे।

Card Tokenization के लाभ

Benefits of Tokenization 2023 इस प्रकार हैं

  • टोकनाइजेशन के तहत हमें बार बार कार्ड की डीटेल्‍स Fill करने से मुक्ति मिल जायेगी और कार्ड की संवेदनशील जानकारी को धोखाधड़ी से सुरक्षित रखने में मदत मिलेगी।
  • प्रत्‍येक डिवाइस / मर्चेंट, टोकन अनुरोधकर्ता और कार्ड के मिलान के लिये अलग अलग टोकन होगा।
  • एक कार्ड का प्रयोग कई मर्चेंटस के लिये किया जा सकता है तथा एक मर्चेंटस के लिये कई कार्डों का प्रयोग करना संभव होगा।
  • Tokenization से आपको पहले जैसा ही पेमेंट अनुभव हासिल होगा लेकिन यह पहले की अपेक्षा अधिक सुरक्षित व सुविधाजनक भी होगा।

टोकनाइजेशन के प्रकार क्‍या हैं

Types of Card Tokenization : कार्ड टोकनाइजेशन के मुख्‍य रूप से 2 प्रकार होते हैं। जिनकी जानकारी आपको नीचे प्रदान की जा रही है।

1 – फ्रंट एंड टोकनाइजेशन

Front end Tokenization यूजर द्धारा क्रियेट किया जाता है। जिसमें कार्ड यूजर के द्धारा अपनी कार्ड की डीटेल्‍स व पहचान को पूरी तरह छिपा दिया जाता है।

2 – बैक एंड टोकनाइजेशन

Back end Tokenization का इस्‍तेमाल उस वक्‍त किया जाता है जब यूजर्स अपनी पहचान अन्‍य विधियों के द्धारा अपने टोकन को अन्‍य लोगों के साथ साझा करते हैं। लेकिन इस प्रक्रिया में भी केवल टोकन साझा किया जाता है, अपनी मूल पहचान को अन्‍य के पास जाने से रोका जाता है। यह ऑटोमैटिक यूजर्स की पहचान व डीटेल्‍स को छिपा कर Token Create करता है व उसकी Identification को Protect करते हुए आगे फारवर्ड करता है।

टोकनाइजेशन के फाएदे

  • Card Tokenization वास्‍तविक डेटा को अन्‍य डेटा में बदल देता है, जिससे उपभोक्‍ता पर साइबर अटैक की संभवना घट जाती है।
  • टोकन के द्धारा किया जाने वाला पेमेंट को केवल पेमेंट प्रोसेसर द्धारा ही पढ़ा जा सकता है, इसे किसी व्‍यक्ति के द्धारा पढ़ा जाना संभव नहीं रहता है।
  • इस सिस्‍टम में उपभोक्‍ता की सहमति के बिना किसी भी प्रकार का ट्रांजेक्‍शन नहीं किया जा सकता है।
  • जो उपभोक्‍ता टोकनाइजेशन का विकल्‍प चुन लेते हैं उन्‍हें ऑनलाइन पेमेंट करते समय केवल CVV और OTP ही डालना पड़ता है। बाकी डीटेल्‍स Hide रूप में सुरक्षित रहती हैं।
  • उपभोक्‍ताओं के पास कांन्‍टेक्‍टलेस पेमेंट, इन ऐप परचेज तथा क्‍यू आर कोड जैसी सर्विस के लिये रजिस्‍टर करने अथवा उससे बाहर निकलने का अधिकार होगा।
  • नयी व्‍यवस्‍था से ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में कमी आ जायेगी।

टोकनाइजेशन के नुकसान

भारत जैसे देश में टोकनाइजेशन का मुख्‍य नुकसान का संबंध लोगों की अशिक्षा से जुड़ा है। भारत में ऐसे लोगों की बहुतायत है, जो या तो पढ़ी लिखी नहीं है या फिर कम पढ़ी लिखी है। ऐसे में तकनीकी जानकारी को डेबिट कार्ड अथवा क्रेडिट कार्ड जैसी चीज में इंप्‍लीमेंट करना उनके लिये टेड़ी खीर साबित होने वाला है।

कम पढ़े लिखे / अनपढ़ लोगों के लिये तकनीक आधारित नयी व्‍यवस्‍था थोड़ी जटिल साबित होने वाली है, ऐसे में इस समस्‍या का हल भी RBI को ही निकालना होगा।

अपने लिये Card Token कैसे बनायें

Tokenization Kaise Kare : इस व्‍यवस्‍था को अपनाने के लिये आपको सबसे पहले Card Token बनाना होगा। यह कैसे बनाया जाता है, इसकी जानकारी नीचे Step by Step दी जा रही है।

  • सबसे पहले आप अपने ई-कामर्स वेबसाइट के ऐप को Open करें
  • Shopping Cart में खरीदारी के लिए प्रोडक्‍ट चुनने के बाद Payment Option में जायें
  • इसके बाद अपनी डेबिट / क्रेडिट कार्ड की Information Fill करें
  • यहां पर आपको ‘सिक्योर योर कार्ड आरबीआई गाइडलाइंस’ या ‘टोकनाइज योर कार्ड आरबीआई गाइडलाइंस’ का ऑप्शन दिखाई देगा आपको इस विकल्‍प को सेलेक्ट करना है
  • इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल पर एक OTP आएगा
  • OTP Submit करने के बाद आपको जेनरेट टोकन का विकल्‍प दिखाई देगा
  • इस पर Click करते ही टोकन जेनरेट हो जाएगा
  • अब Card Details के बजाय Token ही उस वेबसाइट या ऐप के डाटा बेस में Save रहेगा

Card Tokenization की प्रक्रिया के तहत Token कौन जारी करेगा

Card Tokenization सिस्‍टम के तहत Rupay, Master Card, Visa जैसी कंपनियों के कार्ड नेटवर्क के जरिये Token जारी किया जायेगा। कार्ड कंपनियां टोकन जारी करने के बाद संबंधित बैंक को इसी सूचना देंगें। इसके अलावा कुछ कार्ड नेटवर्क ऐसे भी होंगें जो पहले कहेंगें कि आप अपने बैंक से पहले टोकन की परमीशन लें फिर आवेदन करें।

FAQ – टोकनाइजेशन से संबंधित अक्‍सर पूछे जाने वाले सवाल

क्‍या Card Tokenization आसान प्रक्रिया है?

शिक्षित वर्ग के लिये कार्ड टोकनाइजेशन एक आसान प्रक्रिया है वहीं अशिक्षित व कम पढ़े लिखे वर्ग के लिये यह जटिल प्रक्रिया साबित होगी।

क्‍या सभी मर्चेंटस के लिये समान टोकन जारी होगा?

जी नहीं, सभी मर्चेंटस के लिये अलग अलग टोकन जारी किये जायेंगें। अर्थात जितने अधिक मर्चेंटस होंगें उतने ही टोकन आपको दिये जायेंगें।

De – tokenization क्‍या है?

Token Remove Kaise Kare : आप चाहें तो टोकनाइजेशन सिस्‍टम से खुद को De – tokenization कर सके हैं। ऐसा करने से टोकन को वास्‍तविक कार्ड डीटेल्‍स में बदला जा सकता है।

इस सेवा के लिये कितनी फीस अदा करनी होगी?

यह एक फ्री ऑफ कॉस्‍ट सेवा है। इसके एवज में आपको किसी प्रकार की कोई फीस अदा नहीं करनी होगी।

क्‍या Card Tokenization को Smart Watch जैसी अन्‍य डिवाइस पर सक्षम किया जा सकता है?

भारत में टोकनाइजेशन की सुविधा Smart Watch, मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप व डेस्‍कटॉप आदि के लिये उपलब्‍ध है।

Conclusion – कार्ड टोकनाइजेशन 2023

तो दोस्‍तों यह थी हमारी आज की पोस्‍ट Card Tokenization Kya Hai – RBI ने लागू किया टोकनाइजेशन सिस्टम यदि आप टोकन रिमूव कैसे करें , टोकन कैसे हटायें से संबंधित कोई अन्‍य प्रश्‍न पूछना चाहते हैं तो आप हमसें कमेंट बॉक्‍स के जरिये पूछ सकते हैं।

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